नकली कागजात के आधार पर नियुक्ति

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नकली कागजात के आधार पर नियुक्ति
 
सूचना के अधिकार से खुला राज,आशा वर्कर नियुक्ति की करें जांच
 
रैकेट का भंडाफोड़ होने की संभावना
 
चंद्रपुर/महाराष्ट्र

दि .19 फरवरी 2024

रिपोर्टर :- रमाकांत यादव जिल्हा प्रतिनिधि ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क
 
 
 
पूरी खबर:-चंद्रपूर राजुरा पंचायत समिति में फर्जी दस्तावेज के आधार पर कुछ लोगों की नियुक्तियों का मामला सामने आया है. इसके पीछे एक रैकेट के सक्रिय होने की संभावना जतायी जा रही है. इसमें विस्तार अधिकारी, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी और गटविकास अधिकारी के लिप्त होने का आरोप पांचगांव ग्रामपंचायत सदस्य बापूराव मडावी ने लगाया है. मडावी के अनुसार ग्राम पंचायत ने पांचगांव में आशा सेविका के चयन के लिए तहसील स्वास्थ्य अधिकारी के पत्र के तहत दिनांक 27-1-2023 को इच्छुक महिला उम्मीदवारों से आवेदन मांगे. जिसमें 10 लोगों ने आवेदन किया. सार्व. स्वास्थ्य विभाग के जुलाई 2007 के शासकीय निर्णय एवं राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान निकष अनुसार ग्राम पोषण आहार और जलापूर्ति समिति ने अंकों के आधार पर पांच आवेदनों को तहसील स्वास्थ्य अधिकारी को प्रस्तुत किए. मडावी का कहना है इसमें आर्थिक लेनदेन कर नियमों को ताक पर रखकर आवेदकों को सामने किया है. मडावी का यह भी कहना है कि उन्होने इस मामले की ओर प्रशासन का ध्यानाकर्षण किया. 11 अगस्त 2023 को प्राप्त आवेदनों को शैक्षिक योग्यता और अनुभव के आधार पर पोषण, खाद्य और जल आपूर्ति समिति द्वारा क्रमबद्ध किया गया और ग्राम सभा ने 12 सितंबर 2023 को एक प्रस्ताव के साथ इसे तहसील स्वास्थ्य अधिकारी को भेजा. अंकों के अनुसार चयन किया जाना अपेक्षित होने के बावजूद अधिकारियों ने कम अंकों वाले उम्मीदवारों का चयन किया. एक उम्मीदवार संजीवनी कोटनाके को इस पर संदेह होने से उसने सूचना अधिकार का इस्तेमाल कर कागजात मांगे, जिसमें उक्त मामला सामने आया. कुछ उम्मीदवारों के कागजात कार्यालय से गायब भी हो गए हैं. जिन्हें नियुक्त किया गया है उनमें कुछ के दस्तावेज फर्जी होने का संदेह है
समिति को दिए जांच के निर्देश
इस मामले में संजीवनी कोटनक और ग्रामपंचायत सदस्य बापुराव मडावी ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी से इस मामले की जांच की मांग की. तीन सदस्यीय समिति नियुक्त कर गहन जांच कराने के निर्देश दिए गए. जल्द ही इस रैकेट का भंडाफोड़ होने की संभावना है. तहसील के पांचगांव, रामपुर, चुनाला, गोवरी, देवाडा आदि क्षेत्रों में कई आशा वर्कर के चयन के दस्तावेजों की जांच की जाए तो बडा मामला सामने आ सकता है. हाल ही में जिवती तहसील में हुए धांधली का राजफाश भी समाचारपत्रों के माध्यम हुआ है. इस सम्पूर्ण मामले की जांच की मांग बापूराव मडावी ने की है.