कोयला खान से 100% स्टीम कोल लेकर जाने के बाद भी पावर प्लांट में पहुचता है 50% हि कोयल.?

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कोयला खान से 100% स्टीम कोल लेकर जाने के बाद भी पावर प्लांट में पहुचता है 50% हि कोयल.?

बिजली के दाम बढ़ाने में प्रमुख भूमिका वाशरियो की?

वेकोली में लगे बड़े बड़े GPS कैमरे हुए फेल.!

 


चंद्रपुर/महाराष्ट्र
दि. 16 डिसेंबर 2023
रिपोर्ट : अनुप यादव, ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क

पुरी खबर:- चंद्रपुर जिले मे इस समय नंबर वन पर चल रही कोयला खानों में बल्लारपुर क्षेत्र आगे है. इसी का फायदा उठाकर यहां के अवैध कोयला माफियाओ ने बड़े बड़े कोयले को छिपाने वाले शेड बना रखे हैं. और कहीं कहीं हरी हरी तिरपालों के पिछे काले कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है. वही कोराडी थर्मल पावर स्टेशन (Koradi Tharmal Power station) और NM GLOBAL का कोयला रात में भरा जा रहा है. जिसे कोयला खान के कुछ अधिकारियों के साथ मिली भगत कर pure steam कोयला भरकर निकाला जा जाता है. जिसमें ट्रांसपोर्ट कंपनियों की मुख्य भूमिका होती है. चंड्डआ और दिलबाग के द्वारा पुरे सेटिंग का मायाजाल रचा जाता है. और जिस हिसाब का कोयला चाहिए डिमांड अधिकारियों के मधुर संबंधों के कारण पुरी हो जाती है.

काम यहां नहीं खत्म होता शुरुआत यहां से होती है. कोयला खान से निकाले जाने के बाद वाशरीज में वाश के नाम पर अच्छे कोयले को निकालकर जमा किया जाता है. फिर इसमें पावर प्लांट से लाई गई राख मिश्रित कर 100% pure steam को 50% कर दिया  जाता है. आगे भेजा जा रहा है. बाक़ी निकाला गया 50% कोयला खुले बाजार में बेचकर करोड़ की कमाई की जा रही है. यह पुरे खेल मे निचे से उपर तक के अधिकारियों की साठ गांठ से मामला उभर नही पाता है.
पर इस मामले में पुरे अधिकारीयों की चर्चा जोरों पर है. कोयला खान से लेकर कोल ट्रांसपोर्टर, कोल वाशरीज, महामिनरल, NB Global, और पावर प्लांट तक इनकी सेटिंग का माया जाल बिछाया गया है.

आज जहां बिजली के दाम आसमान छू रहे है जिसका प्रमुख कारण बिजली कंपनियों को वाश के नाम पर पहुचाया जाने वाला घटिया कोयला ही माना जा रहा है? वाश का खेल आज कुछ वर्षों से लगातार जारी है. यदि इसकी पुरी पारदर्शिता से जांच होती है तो इसके सामने 2 जी, 3 जी जैसे घोटालों को भी यह घोटाला पिछे छोड़ सकता है.

यह जानकारी सुत्रो द्वारा और हमारे संवाददाता के स्वयं ने इकट्ठा की गई है.

अगले भाग में पुरे मामले का होगा पर्दाफाश.