Take 1 2 3 4 action… साहब माल तैयार है लेकर कब आना है?

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Take 1 2 3 4 action…
साहब माल तैयार है लेकर कब आना है?


जिंदल पावर के कोल के झोल की बढ़ती श्रृंखलाए

चंद्रपुर/वणी/यवतमाल 

दि. 28 जनवरी 2023

पुरी खबर :- चंद्रपुर जिले की बल्लारपुर GOCM और निलजई OCM से जिन्दल पावर के कोयले को कोयला खान से सीधे वणी की रेलवे साइडिंग पहुचाया जाना है यह जिम्मेदारी का काम संगीता सेल्स को मिला है. पर अपनी जिम्मेदारी से पिछे हटते हुए संगीत सेल्स मौके का फायदा उठाते हुए जिन्दल पावर के कुछ कोयले को पहले अपने प्लांट पर  खाली कर रही है? और फिर पहले से मिलावट कोयले को रेलवे साइडिंग पहुचाया जा रहा है? यह पुरी मिलावट खोरी का कारोबार बड़ी सफाई चल रहा है? वही हजारों करोड़ों का यह खेल खुलेआम दबे पांव चंद्रपुर और वणी के संगीता सेल्स के प्लांट (डेपो) से किया जा रहा है. जिसमे चंद्रपुर के तडाली विमला साइडिंग के पास के डेपो की प्रमुख भुमिका है.

चंद्रपुर विमला साइडिंग के पास मौजूद डेपो मे तैयार हो रहा बनावटी कोयला?

यह पुरा कारणामा हमने तिसरी आंख में कैद किया है वही देखा गया की कोयले के डेपो मे स्टिल प्लांट (MEL) के वेस्ट मटेरियल का क्या काम? बस हमने 2 और 2 मिलाया तो पता चला की संगीता सेल्स को जिन्दल पावर का 40 हजार टन कोयला, कोयला खान से लाकर वणी की रेलवे साइडिंग में पहुंचाया जाना है पर ऐसा ना होकर कुछ खरा कोयला अपने निजी प्लांट पर खाली कर चंद्रपुर के तडाली के डेपो से बनावटी कोयला रातों रात वणी की रेलवे साइडिंग पहुचाया जा रहा है. और रोज़ाना हजारों करोड़ों का खरा कोयला खुले बाजार में महंगे दामों में बेचा जा रहा है. इस पुरे कारणामो में संगीता सेल्स के (मामा) मुख्य भुमिका में नजर आ रहे है.? बस बनावटी कोयला तैयार है और मौके का इन्तजार है. यह काम किसी फिल्म की शुटिंग की तरह ही दिखाई पड़ता है. जैसे कलाकार को ऐक्टिंग और डायलॉग शुरू करने से पहले रेडि किया जाता है वैसे ही

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साहब माल तैयार है लेकर कब आना है?
और जिन्दल पावर में बनावटी कोयला पहुंच जाता है.! पर इस काम में रीटेक नहीं होता सिर्फ action ही होता है एक हि सार्दननं में पुरा झोल खल्लास…

बस एक हि टेक में हजारों का बनावटी कोयला रेलवे की वैगीनो में लोड किया जाता है. और करोड़ों के वारे न्यारे

बड़ी सफाई से जांच एजेंसियों के आंखों में धुल.!

इस पुरे कारणामो में जांच एजेंसियों के आंखों में धुल झोंकी जा रही है. और जांच एजेंसियों हाथ पर हाथ धरे निष्क्रिय नजर आ रही है.?  राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा की जिम्मेदारी जिन कंधों पर है वे कंधे आज कमजोर हो चुके है? लाखों करोड़ों का रोजाना अंदर बाहर कागज़ी घोड़े दौड़ाकर किया जा रहा है. और फिर कुछ समय बाद पुरे प्रकरण के ठंडा होने पर फिर ने जुगाड में लग राष्ट्रीय संपत्ति को नए तरीके से लुटने का षड्यंत्र रचा जाता है.

अभी कुछ माह पूर्व संगीता सेल्स ने कोयला डिस्पैच किया जिसमें विमला साइडिंग में बनावटी कोयले को पावर प्लांट में पहुंचाकर एक घोटाले को अंजाम दे चुकी है.?

संगीता सेल्स के और भी कारनामों को हम जनता तक आने वाले भागों मे रखेंगे.