श्री ओम टि रोलिंग मिल में शामिल मुख्य अपराधी 10 दिनों बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दुर मुख्य अपराधी घुग्घुस शहर में खुलेआम घुमाता दिखाई दिया?

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श्री ओम टि रोलिंग मिल में शामिल मुख्य अपराधी 10 दिनों बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दुर

मुख्य अपराधी घुग्घुस शहर में खुलेआम घुमाता दिखाई दिया?

चन्द्रपुर/महाराष्ट्र
दि. 06 अगस्त 2021

पुरी खबर :- चन्द्रपुर जिले के तडाली एम आर डी सी स्थित श्री ओम टि रोलिंग मिल में हुई चोरी की घटना उजागर होने के बाद से ऐसी ही चोरी की घटनाए और भी कई कम्पनियों में घटित हुई है। सुत्रो द्वारा पता चला है कि यह सभी चोरी की घटनाओं में एक गिरोह सक्रिय है। उस गिरोह के सदस्य फैक्ट्री कर्मी की वेश भूषा धारन कर बहरूपिया बनकर बंद पडी फैक्ट्रीयो में बड़ी बड़ी चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। यह गिरोह के सरगना के इसारे पर यह रात के समय पुलिस पेट्रोलिंग टीम को भ्रमित करने के लिए फेक्ट्री कर्मचारी की वेशभूषा धारण कर अपने निजी वाहन में बैठ उस वाहन की पिछली सीट को निकालकर जिससे कि चोरी किए गए सामान को रखा जा सके और यह चोरी की घटनाओं को आसानी से अंजाम दे सके।

श्री ओम टि रोलिंग मिल में हुई चोरी की घटना से फेक्ट्री मालिक को 70 से 80 का नुक़सान चोरों ने कम्पनी के दो टास्फार्मर के पुर्जे खोल कर उसमें मौजूद 1600 लिटर आयल और (कापर वायर) तांबे की तारे निकालकर ले गए। इस चोरी की घटना की शिकायत धनंजय चौबे ने पडोली पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई।

शिकायत के आधार पर कार्रवाई कर पडोली पुलिस ने एक अपराधी को गिरफ्तार किया और उसे न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायालय ने पुलिस को एक दिन का पिसी आर दिया।

पडोली पुलिस को एक दिन का पिसीआर मिलने पर अपराधी से पुछताछ करने पर अपराधी ने पुलिस के सामने और तीन अपराधियों के सामिल होने की बात कबूल की पर घटना के १० दिनों पश्चात भी मुख्य अपराधी पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है।

यदि समय रहते मुख्य अपराधी पुलिस के पकड़ में आता है तो चन्द्रपुर जिले में बंद फेक्ट्रीयो में हो रही चोरी की घटनाओं पर पुर्णत: अंकुश लगाया जा सकता था और एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश भी किया जा सकता था।

आज जनता में चर्चा है कि इतनी बड़ी चोरी को अंजाम देकर मुख्य अपराधी घुग्घुस शहर में खुलेआम घुम रहा है और खुले आम पडोली पुलिस को चुनौती दे रहा है।

जिससे जनता में शंका व्याप्त है कि पुलिस ने इस घटना में ढिलाई बरती है?
या फिर आर्थिक लेन-देन कर घटना को धुमिल करने की कोशिश की गई होगी?
मुख्य अपराधी को सामने ना लाना या फिर उसका अब तक पकड़ा ना जाना कैसे संभव है?
चोरों ने बैगैर इन्जन के चार पहिया वाहन से कैसे चोरी किया गया समान लेकर गए होंगे?
क्योंकि जप्त किए गए चार पहिया वाहन में इन्जन नहीं ऐसे जानकारी हमारे सुत्रो द्वारा मिली है।।
सुत्रो द्वारा पता चला है की 5252 नम्बर की सुमो से चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता था। पर पुलिस के द्वारा जप्त वाहन संदेहास्पद है?

! “हिन्दुस्तान” के किसी भंगार..!
बिते दिनों हुई श्री ओम टि रोलिंग मिल में चोरी की घटना में फरार मुख्य अपराधी नौ साद  के सामिल होने की चर्चा आज जोरो से है? और इस अपराधी ने चोरी किए गए सामान को “हिंदुस्तान” के किसी भंगार वाले को बेचा है। पुलिस का इस तक भी ना पहुंच पाना पुलिस के ढिलाई का प्रमाण देता है?