दस वर्षों से अधिग्रहित भुमि के हर्जाने से वंचित किसान..! प्रकल्पग्रस्त किसानों को नौकरी दि जाए या अधिग्रहित भूमि का पैसा

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दस वर्षों से अधिग्रहित भुमि के हर्जाने से वंचित किसान..!

प्रकल्पग्रस्त किसानों को नौकरी दि जाए या अधिग्रहित भूमि का पैसा

चन्द्रपुर/महाराष्ट्
दि. 07 जुलाई 2021
रिपोर्ट:- हनिफ शेख संवाददाता

पुरी खबर:- आज दि. ७ जुलाई को मां. जिलाअधिकारी  साहब को निवेदन दिया गया है। इस निवेदन में कई मागे की गई सुब्बई चिंचोली तह. राजुरा जिला चन्द्रपुर यहां के 205 किसानों कि यह जमीन 165.62 हेक्टर और सरकारी 17.21 संपुर्ण 182.83 हेक्टर के आसपास 451.77 एकड़ इतनी जमीन वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) के संपादित करने पर भी दस वर्षों से सुब्बई यहां के प्रकल्प ग्रस्तो को वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) यह बहाने बनाकर टाल मटोल कर समय बड़ाती जा रही है दस वर्षों से किसानों कर्ज भी नहीं ले पा रहे हैं। और किसानों को खेती करने पर भी रोक लगा दी गई है।

किसानों के आर्थिक हालात खराब

  • पहले ही कोरोना की मार महंगाई में बढ़ोतरी से किसानों को परिवार का निर्वहन कैसे करें ऐसी विपदा उन पर खड़ी हो गई, नुक़सान भरपाई या नौकरी मिल गई होती तो हम अपने परिवार का निर्वहन किसी तरह चला सकते थे, ऐसा प्रकल्प ग्रस्त किसान अपनी व्यथा बता रहे है।
  • पिछले दस वर्षों से यह किसान सभी तरफ गुहार लगा कर थक चुके है ऐसा बता आज किसान, BRSP जिला महासचिव सुरेश मल्हारी पाईकराव इन्हें पिछले दस वर्षों में जो कुछ उनके साथ घटीत हुआ। वह सब उन्हें बताया और उनपर जो अन्याय हुआ है उन्हें न्याय दिलाने के लिए जिला महासचिव सुरेश मल्हारी पाईकराव से मदद की मांग की है, और सुरेश मल्हारी पाईकराव ने किसानों को आश्वासन दिया है कि मैं आपकी सभी बातो से सहमत हूं मैं आपके साथ साथ हु और संस्थापक अध्यक्ष डॉ सुरेश माने सर आपके साथ है। ऐसा आश्वासन देकर आज इस विषय पर जिला अधिकारी को निवेदन सौंपा गया।

 

205 प्रकल्पग्रस्त किसान और उनका परिवार ने आन्दोलन की दि चेतावनी

  • प्रकल्पग्रस्त किसानों को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए उनके खेत की नुकसान भरपाई या नौकरी दी जाए, अन्यथा 205 प्रकल्पग्रस्त किसान और वे अपने परिवार को लेकर आंदोलन करने का इशारा बीआरएसपी जिला महासचिव सुरेश मल्हारी पाईकराव ने इस समय दिया है।

 

इस अवसर पर बि आर एस पी जिला युवा अध्यक्ष मोटो मानकर, अशोक भगत, मारुति नेहारे, रामदास निबडकर, बापूजी झाड़े, प्रकाश उपलवार, संतोष चौधरी, बालेश उपलवार, पांडुरंग साळवे, प्रकाश कडुवटकर, संजय चौधरी, सुनिल बोरकुटे, बालाजी कडुकर, संजय लिगमवार, राजु शेन्डे, अमोल बोढे, सुनिल हीवरकर, प्रतिक मकरतीवार, अरुण सोमलकर, प्रफुल्ल पिसुडे, विवेक छितरे आदि उपस्थित थे।