पालक मंत्री के दौरे के राह पर दिखा कोयला अफरा तफरी का नजारा..! राजुरा का निजाम और जावेद अवैध कोयला व्यापार के आका?

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पालक मंत्री के दौरे के राह पर दिखा कोयला अफरा तफरी का नजारा..!

राजुरा का निजाम और जावेद अवैध कोयला व्यापार के आका?

चन्द्रपुर/महाराष्ट्र
दि. 04 जलाई 2021

पुरी खबर:-चन्द्रपुर जिले में अवैध कोयला व्यापार पुरी कर्तव्य निष्ठा के के साथ फल फूल रहा है समय-समय पर कोयले के घोटाले और उनसे जुड़े धन्ना सेठ आफीसर में बैठ पुरा नेटवर्क आपरेटर करते हैं। अवैध कोयला प्लाटो का मामला हो या फिर खदानों से कोयले की हेरा फेरी हो इन अवैध कोयला व्यापारियों के नापाक दामन पर कभी कोई दाग नहीं पहुंचता है या कभी कभार पहुचा भी हो तो बाद उसे साफ करने में कुछ प्रसासनीक अधि.. लग जाते है।

इसी प्रकार का मामला हम बताते है चन्द्रपुर जिले के राजुरा की ओर हमारी टीम कुछ कामों के लिए जा रही थी राजुरा , अम्बुजा, मानिकगड और अल्ट्राटेक सीमेंट कम्पनी की ओर जाने के मार्ग पर हमने देखा की रास्ते के किनारे पड़े कोयले के ढेर और यह ढेर हमें अम्बुजा, मानिकगड, अल्ट्राटेक सीमेंट कम्पनी की ओर जाने वाले हर एक किलोमीटर पर दिखाई दिए। सामने जाकर पता किया तो समझ आया की यह जो कोयला रास्ते में उतारा जा रहा है वह कोयला इन्हीं सीमेंट कम्पनी में पहुंचाया जा रहा था जब यह अवैध कोयले के ढेर पर हमारी नजर पड़ सकती है, तो क्या यह कोयले के ढेर कम्पनियों के आला अधिकारियों की नजर से कैसे बच सकती है? हमारे एक दिन के दौरे में यह नजारा दिखा पर हमने जानकारी निकालने पर पता चला की यह तो हर दिन होता है और टनों से यह अवैध कोयला प्लाटों पर पहुंचता है। समझने वाली बात यह है की उसी दिन पालक मंत्री का दौरा भी था और पालक मंत्री के जत्थे के साथ हजारों गाड़ीयां और पुलिस के आला अधिकारियों की नजर से यह कोयले के ढेर कैसे बच गए यह तो जादुई दिखाई देता है।

शुक्रवार 2 जुलाई को कोरपना तहसील गडचान्दुर शहर के अमलनाला धरन का सौदर्यीकरन के लिए भुमिपुजन चन्द्रपुर जिले के पालक मंत्री इनके हाथों से हुआ है। उस अवसर पर पत्रकारों कीै एक टीम इस भुमिपुजन के कार्यक्रम में उपस्थित थीं। पत्रकारों की इस टिम के वापस लौटने के दौरान चन्द्रपुर की ओर आते समय गडचान्दुर से राजुरा इस मार्ग पर रास्ते के दाई ओर बड़ी संख्या में अवैध कोयले का भंडारण करते हुए कुछ लोग पत्रकारों कि टिम को दिखाई दिए। इस तरह कुछ मिटरो पर यह कोयले के ढेर कैसे पड़े है इसकी जानकारी लेने पर राजुरा का निजाम, जावे.द और करमरकर का नाम सामने आया।

रास्ते पर यह कोयला कैसे उतारा जा रहा है इसकी जानकारी प्राप्त करने पर पता चला की यह तो रोज का काम है खदानों से सीमेंट कम्पनीयो मे जाने वाला कोयला रास्ते में खाली किया जा रहा है, इस पर राजुरा पुलिस को उनका हिस्सा पहुंचाया जाता है ऐसा वहां पर उपस्थित मजदुरो ने बताया। इस पर विश्वास किया जाए ऐसा लग नहीं रहा, पर जिस दिन गडचांदुर कोरपना पालक मंत्री का दौरा उस दिन की यह घटना है।

क्या राजरा पुलिस मंत्री महोदय के साथ नहीं थी ?
या फिर मंत्री महोदय के साथ चल रहे पुलिस अधिकारीयों को यह दिखाई नहीं पड़ा होगा?
पत्रकार के नाते से जानकारी पुछने पर पता चला की निजाम और जावेद. इन्हीं दोनों का यह काम शुरु है ऐसा वहां पर मौजूद मजदूरों ने खुले शब्दों में हमें बताया है। मां. पालक मंत्री और मां. सांसद के दौरे के समय खुले आम कोयले की अफरा तफरी होना प्रसासन की लचर व्यवस्था को प्रमाणित करता है। और कोयला तस्करो की निडरता उनके मजदूरों के कबुलनामे इस पर मोहर भी लगाते है। क्यों राजुरा पुलिस इनपर कारवाई नहीं कर रही है।
क्या मजबूरी है की खुलेआम कोयला तस्करी को होता दे अधिकारी मौन है।