निलजई खदान के बाकी 93 ट्रक कोयला हेराफेरी की सीआयडी जांच करे ! पत्रकार संघ की मांग !

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मुख्य अपराधी शहजाद और कुबेर वर्मा फरार…
निलजई खदान के बाकी 93 ट्रक कोयला हेराफेरी की सीआयडी जांच करे !
पत्रकार संघ की मांग 

चंद्रपुर/महाराष्ट्र
दि.14 अप्रैल 2021

पूरी खबर:-  निलजई खदान से प्राइड मेटल इंडस्ट्रीज के लिये मार्च माह के दुसरे सप्ताह में 96 ट्रक डीओ से कोयला निकाला गया. 3 ट्रक कोयला वणी के एक कोयला टाल पर अवैध तरिके से खाली करते समय वणी पुलिस ने कारवाई की लेकिन उससे पूर्व उसी सप्ताह निलजई खदान से भरे गए कोयले के ट्रको को कहां खाली कराया गया है। इसकी सीआयडी जांच करने की मांग पत्रकार संघ द्वारा की जा रही है.

यह बड़ा रैकेट तो नहीं, ..सीआयडी जांच की मांग..

  • ‌उद्योगो को सबसिडी से पर मिला कोयला उच्च दामो पर खुले बाजार में बेचा जाता है. वणी में पुलिस द्वारा पकडे गए तिनं ट्रक कोयला उसी कडी का एक भाग था. शहजाद शेख द्वारा संचालित प्राइड मेटल इंडस्ट्रीज कही बोगस या बंद कंपनी तो नहीं इसी जांच के साथ वंदना ट्रान्सपोर्ट कंपनी के संचालक और पकडा गया अटलबिहारी गिरी कोयला अफरातफरी रॅकेट का एक हिस्सा तो नहीं, इसकी जांच सीआयडी द्वारा करने की पत्रकार संघ ने मांग की है. 18 मार्च के पूर्व वणी में पुलिस द्वारा कोयले के कुछ ट्रको पर कारवाई की गयी थी, उस कोयले के झोल की भी जांच की जाएं ऐसी मांग पत्रकार संघ द्वारा की गयी है. साथ ही संपूर्ण भारत में स्थित सबसिडी पर कोयला उठाने वाले लघू और मध्यम उद्योगों की और से छानबिन की जाऐं ऐसा निवेदन सूक्ष्म व मध्यम उद्योग के केंद्रीय मंत्री नितीनजी गडकरी को पत्रकार संघद्वारा भेजा गया है.

घटनास्थल पर पकड़े गए अपराधियों की जमानत मंजूर

  • यवतमाल जिले के वणी निलजई कोयला खान का कोयला हेरा फेरी प्रकरण..
    इस प्रकरण में अटल बिहारी गिरी के साथ ६ अपराधियों की जमानत मंजूर हो गई है।
    मुख्य तह: कोयला हेराफेरी प्रकरण का सूत्रधार प्राइड मेटल इंडस्ट्रीज का संचालक शहजाद शेख और ट्रांसपोर्टर व्यापारी कुबेर वर्मा को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी हासिल नहीं हो पाई है?

क्या यह कोयला हेराफेरी का जाल गहराई से बुना गया है?

  • ‌कोयला हेरा फेरी प्रकरण का जाल गहराई से बुना गया है तीन ट्रक हेराफेरी करते समय वण पुलिस ने कार्यवाही की परंतु निलजई कोयला खान में उन सप्ताहों में लगभग 93 ट्रकों से उन्हीं दो डिओ से कोयला उठाया गया कोयला कहा है? इसकी जांच अधूरी रहती दिखाई दे रही है..! मुख्य अपराधी शहजाद शेख और कुबेर वर्मा डिओ न.०००३३ और डिओ नं. ०००३७  से निकले 93 अनुदानित ट्रकों के कोयले को कहां खाल किया? यह उनकी गिरफ्तारी के बाद ही पता लगाया जा सकता है। परंतु अब सात अपराधीयो की जमानत मंजूर होने के बाद वणी पुलिस कुबेर वर्मा और शहजाद शेख का पता कैसे लगा पाती और यह जांच किस दिशा में जाती है? इस पर आज प्रश्न निर्माण हो गया है?
  • ‌पकड़ा गया बिचौलिया अटल बिहारी गिरी ने उस डिओ से निकले ९३ ट्रकों को कहां और किन टालो पर बेचा है? यह पुलिस के पीसीआर लेने के बाद में अटल बिहारी गिरि ने पुलिस को बताया है या नहीं यह जानकारी अभी संदिग्ध है?

पुलिस निरीक्षक वैभव जाधव इनकी भूमिका संदेहास्पद पत्रकार  शिष्टमंडल से अभद्र व्यवहार..!!

  • ‌शनिवार दिनांक 3 अप्रैल को निलजई कोयला अफरा तफरी प्रकरण की अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए चंद्रपुर जिले से पत्रकारों के एक शिष्टमंडल ने वणी के पुलिस निरीक्षक वैभव जाधव से मुलाकात करने पर उन्होने पत्रकारों के शिष्टमंडल से अभद्र व्यवहार किया।
    “चंद्रपुर जिले के पत्रकारों को यहां के कोयला प्रकरण का क्या करना है
    “क्या जानकारी चाहिए तुम्हें”..!!
    “प्रेस नोट वह ले जाइए..”  निकलो यहां से”..!!!
    इन शब्दों के साथ पुलिस निरीक्षक वैभव जाधव ने अपमानजनक आचरण किया।

गिरफ्तार किए गए अपराधियों से कुछ मिला है क्या? फरार हुए शहजाद शेख और कुबेर वर्मा यह पकड़े गए हैं क्या?

इसकी जानकारी प्राप्त करने पहुंचे पत्रकार शिष्टमंडल से पुलिस निरीक्षक वैभव जाधव की भूमिका इस प्रकरण में संदेहास्पद है?

  • ‌राष्ट्रीय संपत्ति की खुली लूट होने पर पत्रकारों की ओर से जांच की दिशा में कुछ मदद हो सकती है क्या..! इसका विचार भी ना करना यह चिंताजनक है? विशेषकर फरार हुए कुबेर वर्मा चंद्रपुर शहर में अपना व्यवसाय खुलेआम कर रहा है? चंद्रपुर के अन्य स्थानों पर उसका रोजाना आना जाना है इसकी जांच अब यवतमाल जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने करनी चाहिए।